भारत के सबसे बड़े शहरों में गिना जाने वाला शहर, पश्चिम बंगाल की राजधानी मतलब कोलकाता। कोलकाता हुबली नदी के किनारे बसा भारत का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। इस शहर को कई बार “सिटी ऑफ जॉय” भी कहा जाता है। कोलकाता की स्थापना 1690 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने की थी। जब भारत देश पर अंग्रजो का राज था, तब कोलकाता 1773 से 1911 तक भारत की राजधानी हुआ करता था।
इस शहर में भारत का पहला नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर का जन्मस्थान हुआ था। कोलकाता के सबसे लोकप्रिय स्थलों में विक्टोरिया मेमोरियल, हावड़ा ब्रिज, दक्षिणेश्वर काली मंदिर जैसे स्थलों का नाम लिया जाता है। इस लेख हम आपको कोलकाता में घूमने के लिए सबसे बढ़िया जगह कौनसी है, इसके बारे में जानकारी देने वाले है।
1. Victoria Memorial
विक्टोरिया मेमोरियल कोलकाता के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। इसे महारानी विक्टोरिया की मृत्यु के बाद उनकी याद में बनाया गया था। विक्टोरिया मेमोरियल को बनाने का प्रस्ताव लॉर्ड कर्जन ने 4 फरवरी 1906 में रखा था। फिर उसके बाद इस स्मारक का उद्घाटन 1921 में किया गया। स्मारक का डिज़ाइन ब्रिटिश के आर्किटेक्ट सर विलियम एमर्सन ने बनाया था। विक्टोरिया मेमोरियल को बनाने के लिए सफ़ेद संगमरमर का उपयोग किया गया है।
आज के समय में यह स्मारक कुल 64 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। यहाँ पर रानी विक्टोरिया की 16 फिट ऊँची मूर्ति की स्थापना की गई है। इस 64 एकड़ के क्षेत्र में एक बड़ा संग्रहालय भी बनाया गया है, जहां ब्रिटिश ज़माने की चित्रकला, हथियार, किताबें, दस्तावेज और बाकी वस्तुओ का संग्रह किया गया है। इसके अलावा इस संग्रहालय में थॉमस डैनियल, विलियम डैनियल और जोसेफ इंग्राम जैसे बड़े कलाकारों की हाथो से बनाई हुई पेंटिंग का प्रदर्शन भी किया गया है। यह पार्क मंगलवार से रविवार तक सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है।
2. Howrah Bridge(Rabindra Setu)
कोलकाता शहर को हावड़ा शहर से जोड़ने वाला हावड़ा ब्रिज कोलकाता के सबसे बड़े ब्रिज में से एक है। यह ब्रिज कोलकाता के हुगली नदी पर बनाया गया है। सरकार को यह ब्रिज बनाने का प्रस्ताव 19वी सदी में भेजा गया था लेकिन इसका निर्माण 1938 में हुआ। इसके बाद इस ब्रिज सार्वजानिक रूप से जनता के लिए 1943 में खोल दिया गया।
1965 में रविंद्रनाथ टैगोर की याद में इस ब्रिज का नाम “रविंद्र सेतु” रखा गया। लेकिन इस ब्रिज को अभी ज्यादा तर लोग “हावड़ा ब्रिज” के नाम से जानते हैं। ब्रिज पूरी तरह से स्टील से बनाया गया है और बनाने के लिए तक़रीबन 26,000 टन का इस्तमाल किया गया है। यह एक Cantilever ब्रिज है। हावड़ा ब्रिज की लंबाई 2312 फिट है। इस ब्रिज की सबसे खास बात यह है की, ये 1500 फिट तक बिना किसी पिलर की सहायता से खड़ा है।
इस ब्रिज पर हर रोज हजारों लोग इसके ऊपर से आते जाते रहते है, फिर इसे कुछ नहीं होता। हावड़ा ब्रिज पर से हुगली नदी और कोलकाता शहर का बहुत खूबसूरत नजारा दखने को मिलता है। साथ की आप हुगली नदी पर बोटिंग का भी मजा उठा सकते हो। इस ब्रिज की एक और खासियत है की, इस ब्रिज के पास में ही भारत का सबसे बड़ा फूल बाजार है। जहां सभी प्रकारके फूल मिलते है।
3. Dakshineswar Kali Temple
कोलकाता के हुगली नदी के किनारे बसा दक्षिणेश्वर काली मंदिर एक प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर में माँ काली की पूजा की जाती है। इस मंदिर को 1855 में रासमणि रानी ने बनवाया था। रानी रासमणि एक आमिर और सामान्य नागरिको को मदत करने वाली एक रानी थी। कहा जाता है की, माँ काली रानी रासमणि के सपने में आई थी और कहा मंदिर को बनाने का आदेश दिया था। इसके बाद रासमणि ने इस मंदिर का निर्माण किया।
सबसे पहले यहाँ स्वामी रामकृष्ण परमहंस नाम के पुजारी हुआ करते थे। पुजारी जी और और उनकी पत्नी माँ काली की दिन रात सेवा करते थे। इसलिए भक्त आज भी स्वामी रामकृष्ण परमहंसन और उनकी पत्नी को भगवान का रूप मानते है। मंदिर को बनाने के लिए नव-रत्न डिझाइन का उपयोग किया गया है और मंदिर की ऊंचाई लगभग 46 मीटर है। मंदिर के अंदर माँ काली की एक मूर्ति की स्थापना की गए है, जिसकी पूजा “भवतरिणी” के रूप में की जाती है। य
हाँ माँ काली के मंदिर के अलावा शिव जी के 12 छोटे छोटे मंदिर बनाये गए है। साथ ही मंदिर के परिसर में स्वामी विवेकानंद ने बनाया हुआ बेलूर मठ भी है। माँ काली मंदिर हर रोज सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक दर्शन के लिए खुला रहता है। परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक का आनंद लेने के लिए यह एक बेहतरीन जगह है।
4. Indian Museum
कोलकाता का भारतीय संग्रहालय भारत का सबसे बड़ा और सबसे पुराना संग्रहालय है। इस संग्रहालय की स्थापना एशियाटिक सोसाइटी ऑफ बंगाल के अंतर्गत नाथनियल वालिच नामक डेनमार्क के वनस्पति शास्त्री ने 2 फरवरी 1814 में की गई थी। यहाँ अलग अलग प्राचीन वस्तुओ का प्रदर्शन किया जाता है, इसलिए इसे “जादूघर” भी कहा जाता है। इस संग्रहालय में 35 से भी ज्यादा अलग अलग गैलरियाँ है, जिसमे प्राचीन वस्तुओं को रखा गया है। जिसमे Archaeology, Art, Geology, Anthropology और Natural History जिसे कक्ष है।
यहाँ आपको Archaeology में हड्डपा संस्कृति, पुराने सिक्के, हथियार देखने को मिलते है। Art में बौद्ध, जैन और हिंदू धर्म की मुर्तिया है। Geology में पुराने पत्थर, खनिज के पदार्थ है। Anthropology में डायनासोर के अंग, प्राचीन महंगे रत्न है। Natural History में जानवरों के बारे में जानकारी दिखाई गई है। इस सबसे खास बात मतलब इस संग्रहालय में एक प्राचीन इजिप्शियन ममी का संग्रहालय भी है। यहाँ आपको इजिप्ट की सफेद कपडे वाली प्राचीन ममी देखने को मिलती है। भारतीय संग्रहालय कोलकाता सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है। यहाँ हर सोमवार को छुट्टी के नाम से सार्वजनिक रूप से घोषित किया गया है।
5. Science City
कोलकाता में बनाया गया साइंस सिटी भारत का सबसे बड़ा साइंस सेंटर है। साइंस सिटी को 1 जुलाई 1997 में बनाया गया था। इस सिटी में साइंस से जुडी सभी जानकारी प्राप्त करना बहुत आसान है। इस सिटी को भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (NCSM) द्वारा बनाया गया है। इस सिटी के स्पेस थिएटर में विज्ञान की 3D फिल्मे दिखाई जाती है। जिसमे पृथ्वी, आकाश, अंतरिक्ष और बाकि ग्रहो के बारे में जानकारी दिखाई जाती है। अगर आप इस थिएटर में बैठते हो तो ऐसा लगता है की, हम खुद अंतरिक्ष में बैठे है।
सिटी के डायनेमिक अर्थ में ज्वालामुखी, भूकंप जैसे खतरों के बारे में जानकारी दी जाती है। इवोल्यूशन पार्क एक थीम पार्क की तरह ही बनाया गया है, यहाँ डायनासोर जैसे जानवरों के बारे में दिखाया जाता है, जो आज के समय में पृथ्वी पर कभी नहीं जीवित हो सकते। विज्ञान पार्क में आने वाले विज्ञान के बारे में जानकारी का बहुत सारा संग्रह देखने को मिलता है। साइंस सिटी एक ऐसी जगह है, जो बच्चों और बड़ो को एक बार जरूर देखना जाना चाहिए। स्कुल वाले यहाँ स्कुल के बच्चों को पिकनिक के साथ साथ पढाई के बारे में जानकारी दिला सकते है।
6. Botanical Garden
बॉटनिकल गार्डन कोलकाता के पास का शहर हावड़ा में बनाया गया है। इस गार्डन को आचार्य जगदीश चंद्र बोस भारतीय वनस्पति उद्यान इस नाम से भी जाना जाता है। इस गार्डन को 1787 में ब्रिटिश की ईस्ट इंडिया कंपनी के कर्नल रॉबर्ट किड ने बनाया था। फिर उसके बाद 2009 में इस गार्डन का नाम वैज्ञानिक आचार्य जगदीश चंद्र बोस की याद में रखा गया। बॉटनिकल गार्डन 273 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है।
इस की खास बात यह है की, इस इस गार्डन में 12,000 से भी ज्यादा पेड़ों की प्रजातियां देखने को मिलती है। इस गार्डन में बरगद के सबसे ज्यादा देखने को मिलते है। इन पेड़ों को दुनिया के सबसे बड़े बरगद के पेड़ कहा जाता है। यहाँ के 3.5 एकड़ के क्षेत्र में आपको सिर्फ बरगद के ही पेड़ दिखेंगे। बड़े बरगद के साथ यहां छोटे ऑर्किड्स, बोआबाब पेड़ ब्राज़ील का अमेज़न लिली जैसे देश विदेश के पेड़ लगाए गए है। बॉटनिकल गार्डन पर्यटकों के लिए हर दिन सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है। परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक का आनंद लेने के लिए यह एक बेहतरीन जगह है।
7. Princep Ghat
प्रिंसप घाट कोलकाता का एक ऐतिहासिक स्थल। यह घाट कोलकाता की प्रसिद्ध गंगा नदी के किनारे स्थित है। इस घाट को 1841 में अंग्रेज पंडित जेम्स प्रिंसप की याद में बनाया गया था। जेम्स प्रिंसप एक ईस्ट इंडिया के मुख्य अधिकारी भी हुआ करते थे। इस घाट पर से गंगा नदी और शाम के समय में सूर्यास्त का अच्छा दृश्य दीखता है। इस घाट की सबसे खास बात मतलब यहाँ आपको बोटिंग करने का मौका मिलता है।
इसके अलावा यहाँ पर विद्यासागर सेतु भी है, जो इस घाट की सुंदरता को और बढ़ा देता है। विद्यासागर सेतु मतलब हुगली नदी पर बना दूसरा ब्रिज है। यह स्थल परिवार के लोगों के साथ पिकनिक का आनंद लेने के लिए बहुत अच्छा है।
8. Birla Planetarium
कोलकाता का बिरला तारामंडल भारत का सबसे बड़ा और एशिया खंड का दूसरा सबसे बड़ा विज्ञानं केंद्र है। इस तारामंडल की स्थापना 2 जुलाई 1963 को हुई थी। इस केंद्र में ब्रह्मांड, ग्रहों, तारों, और अंतरिक्ष के बारे में संशोधन किये जाते है। यहाँ पर हर रोज दर्शकों के लिए विज्ञानं शो का आयोजन किया जाता है, जिसमे एक बड़े टीवी (प्रोजेक्टर) पर विज्ञानं के व्हिडिओ लगये जाते है।
इसकी सबसे खास बात मतलब यह व्हिडिओ अलग अलग टीवी पर अलग अलग भाषाओं में लगाए जाते है। इस केंद्र के अंदर एक संग्रहालय भी है, जहां विज्ञानं से जुडी सभी वस्तुओं का प्रदर्शन किया गया है। बिरला तारामंडल को अंदर से देखने के लिए हर व्यक्ति का 100 रुपये लिए जाते है। यह केंद्र सुबह 12 बजे से शाम 6.30 बजे तक खुला रहता है।
9. Ravindra Sarovar
रविंद्र सरोवर कोलकाता की सबसे लोकप्रिय झीलों में से एक है। इस झील को पहले ढाकुरिया झील के नाम से जाना जाता था। इस झील का नाम नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर के नाम से रखा गया है। यह परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक आनंद लेने के लिए एकदम परफेक्ट जग़ह है। रवींद्र सरोबर झील लगभग 73 एकड़ के हरियाली के क्षेत्र में फैली हुई है। झील पर बोटिंग करने का मौका पर्यटकों को मिलता है। जिसमे पैडल बोट और रोइंग बोट शामिल है।
इस झील का पानी बारिश के मौसम में बहुत ज्यादा हो जाता है, ऐसा लगता है की, पानी नहीं सफ़ेद दूध गिर रहा है। इसके अलावा झील के पास में ही एक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स है, जहां क्रिकेट, टेनिस, स्विमिंग, बैट मिंटन और रोइंग जैसे खेलो का आयोजन किया जाता है। इस झील को देखने का कोई फिक्स समय तो नहीं है लेकिन पर्यटक यहाँ सुबह 9 से शाम 5 बजे तक आते है।
10. Alipore Zoo
कोलकाता का अलीपुर चिड़ियाघर भारत का सबसे पुराना चिड़ियाघर है, जिसकी स्थापना 1876 में हुई थी। सभी प्रजातियों के जानवरों को देखने के लिए इस चिड़ियाघर में हर साल लाखों पर्यटक आते है। यहाँ पर स्वदेशी जानवरों के साथ साथ विदेशी जानवरों को भी पाया जाता है। जिसमे शेर, बाघ, तेंदुआ, हाथी, गैंडा, जेब्रा, हिरण, मगरमच्छ, पेंग्विन, जंगली हाथी जैसे जानवर शामिल है। अलीपुर चिड़ियाघर में रेप्टाइल हाउस नाम की एक जगह है, जहां पर अजगर, सांप, नाग, मगरमच्छ, कछुआ, मछली जैसे जमीन पर चलने वाले जानवर है।
इस चिड़ियाघर में हम्बोल्ट पेंगुइन भी सबसे लोकप्रिय स्थलों में से एक है। पेंगुइन हाउस भारत के सिर्फ कुछ ही जगहों पर बनाये है, जिनमे अलीपुर चिड़ियाघर एक है। इसके अलावा यहाँ पर छोटे बच्चों के लिए एक छोटा गार्डन भी है। अलीपुर चिड़ियाघर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है, और सिर्फ गुरुवार के दिन बंद रहता है। परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक का आनंद लेने के लिए यह एक बेहतरीन जगह है।
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