भारत के उत्तर प्रदेश में स्थित अयोध्या एक धार्मिक स्थल है। अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि के रूप में पुरे देश में प्रसिद्ध है। यहाँ हर साल लाखों भक्त भगवान राम और माता सीता के दर्शन करने के लिए जाते है। अयोध्या भारत की हिंदू संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चूका है। यह धार्मिक स्थल भगवान राम का जन्म, 14 वर्षो का वनवास और रावण के साथ युद्ध से जुड़ा हुआ है। अयोध्या में सबसे प्रमुख धार्मिक स्थलों में राम मंदिर, हनुमानगढ़ी, सरयू नदी, गुफ़्तार घाट जैसे स्थलों का नाम आता है।
अयोध्या के राम मंदिर की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र जी मोदी के हाथों हुई। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या से राम भक्त, साधु संत, नेता, क्रिकेटर, फ़िल्मी सितारें शामिल हुए थे। आज के दिन हर रोज हजारों भक्त दर्शन के लिए आते है। इस लेख में हम आपको अयोध्या में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह कोणसी है, इसके बारे में जानकारी देने वाले है। इसलिए इस लेख को पूरा जरूर पढ़े।
1. Ram Mandir (Ram Janmabhoomi)
राम मंदिर उत्तर प्रदेश के अयोध्या में स्थित एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर हिंदू धर्म के मुख्य देवता भगवान राम की जन्मभूमि मानी जाती है। इस जगह पर सबसे पहले बाबरी मस्जिद हुआ करती थी। कहा जाता है की, इस जगह पर पहले एक प्राचीन राम मंदिर हुआ करता था। इस मंदिर को मुग़ल सम्राट बाबर ने 1528 में तोड़ दिया, और उसकी जगह एक मस्जिद बनाने का आदेश दिया। जिसे बाबर मस्जिद नाम से जाना जाता था। इसके बाद 6 दिसंबर 1992 को बाबर मस्जिद को सार्वजनिक रूप से गिरा दिया गया। फिर यह पूरी बात न्यायालय तक गई। उसके बाद 9 नवंबर 2019 को न्यायालय ने कहा की, इस जगह पर सिर्फ राम मंदिर ही बनेगा।
न्यायालय ने बाबर मस्जिद को बनाने के लिए राम मंदिर से थोड़ी दूर पांच एकड़ जमीन का एलान किया। फिर 2019 में इस मंदिर का काम शुरू हुआ और 22 जनवरी 2024 को भगवान राम के मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा हुई। इस समारोह में बड़ी संख्या से भक्त, साधु संत, नेता और फ़िल्मी सितारों ने हिस्सा लिया था। यह प्राणप्रतिष्ठा भारत के पंतप्रधान नरेंद्र मोदी जी के हाथों से हुई थी। भगवान राम का मंदिर सरयू नदी के किनारे पर स्थित।
2. Hanumangarhi Temple
हनुमानगढ़ी मंदिर अयोध्या का एक सबसे लोकप्रिय धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर इस शहर के एक पहाड़ पर है, जिसे “हनुमानगढ़ी” नाम से जाना जाता है। प्राचीन ग्रंथो के अनुसार कहा जाता है की, भगवान हनुमान अयोध्या की सुरक्षा करने के लिए यहाँ रुकते थे। इसलिए जो भी भक्त भगवान राम के दर्शन लेते है, वह हनुमानगढ़ी का दर्शन लिए बगैर वापस नहीं जाते। हनुमानगढ़ी मंदिर तक पहुँचने के लिए लगभग 76 सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं। इस मंदिर में हनुमान जी बहुत सुन्दर मूर्ति है।
मंदिर में मूर्ति इस तरह से स्थापित की गई है, हनुमान जी एक गुफ़ा में बैठे है ऐसा लगता है। यह मूर्ति हनुमान जी के बचपन की है, जहा वे माता अंजनी के गोद में बैठे हुए है। हनुमानगढ़ी मंदिर में हर साल हनुमान जयंती बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। इस शुभ दिन पर हनुमान जी के भक्त बड़ी संख्या में यहाँ शामिल होते है। हनुमान जयंती के अलावा यहाँ रामनवमी, दिवाली और दशहरा जैसे त्योहार भी धूम धाम से मनाये जाते है। इस मंदिर के आसपास में भगवान राम, लक्ष्मण, सीता और बाकि देवीदेवताओं के छोटे छोटे मंदिर बनाये है।
3. Kanak Bhawan
कनक भवन अयोध्या का एक प्रसिद्ध भगवान राम और सीता का भवन है। कनक का अर्थ “सुवर्ण महल” ऐसा होता है। कहा जाता है की, जब भगवान राम और माता सीता अयोध्या वापस लौटे थे तब उनको यह महल महारानी कैकयी ने भेट के रूप में दिया था। इसके बाद भगवान राम और माता सीता हमेशा इस महल के दरबार में बैठा करते थे। कनक भवन को भगवान राम माता लक्ष्मण का घर भी कहा जाता है। इस महल में आज दिन इस महल में राम, लक्ष्मण और सीता इन तीनों की मुर्तिया स्थापित की गई है।
मंदिर को सफेद संगमरमर से बनाया गया, और इसके अलावा इस पर सोने की कलाकृति बनाई गई है। इस भवन में रामनवमी को बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है। इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था इसलिए मंदिर चारों तरफ से फूल और लाइटिंग से सजाया जाता है। इस समय भक्त सुबह से भगवान राम के दर्शन के लिए क़तर (लाइन) में खड़े रहते है। रामनवमी के अलावा यहाँ दीपावली और विवाह पंचमी जैसे त्योहार भी मनाये जाते है। इस मंदिर में भक्तों को शांति और धार्मिक आस्था का अनुभव मिलता है।
4. Saryu Nadi
सरयू नदी को हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है। इस नदी में स्नान करने के लिए भक्त बड़ी दूर दूर से यहाँ आते है। क्यूंकि कहां जाता है की, सरयू नदी में स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस नदी को इतना पवित्र इसलिए माना जाता है क्यूंकि, यह भगवान राम के जन्मभूमि अयोध्या में से बहती है। प्राचीन कथाओं के अनुसार कहां जाता है की, भगवान राम ने इसी नदी के किनारे पर जल समाधि ली थी और अपने लोक जाने के लिए नीकले थे। सरयू नदी में बहुत घाट है, जिसमें राम की पैड़ी, गुप्तार घाट और नया घाट यह तीन प्रमुख घाट है।
राम की पैड़ी सबसे बड़ा और प्रमुख घाट है। गुप्तार घाट इसलिए लोकप्रिय है क्यूंकि इसी घाट पर भगवान राम ने जल समाधी ली थी। और नया घाट पर भक्तों को स्नान के साथ नाव की सवारी (बोटिंग) भी करने का मौका मिलता है। इस घाट का पानी बहुत स्वच्छा और साफ है। सरयू नदी के तट पर हर सुबह और श्याम को सरयू आरती का आयोजन किया जाता है। इस आरती में भक्त बड़ी संख्या में यहाँ दिए लेकर आते है। जब आरती पूर्ण हो जाती है, तब सारे भक्त अपने दियो को नदी में बहा देते है। जब सारे दिए एकसाथ नदी में बहते है, तो वह नजारा बहुत खूबसूरत दीखता है।
5. Treta Ke Thakur Temple
भगवान राम के प्राचीन कथाओं से जुड़ा हुआ त्रेता के ठाकुर मंदिर अयोध्या का एक सबसे लोकप्रिय स्थलों में से एक है। इस मंदिर में भगवान राम के साथ साथ माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान जी की मूर्तियाँ देखने को मिलती है। यह सभी मुर्तिया काले रंग के पत्थर से बनी हुई है। इस मंदिर में इन मूर्तियों की “ठाकुर” के रूप में पूजा की जाती है। इसलिए इसे “त्रेता के ठाकुर मंदिर” कहा जाता है। कहा जाता है की, भगवान राम ने राक्षसों का विनाश करके, धरती पर हिंदू धर्म की स्थापना की थी।
त्रेता के ठाकुर मंदिर आज के दिन 300 साल पुराना है और इसका निर्माण कुल्लू के राजा ने किया था। इस मंदिर में हर रोज पूजा और आरती की जाती है, खास करके दीवाली, रामनवमी, हनुमान जयंती जैसे त्यौहार तो बड़ी धूम धाम से मनाये जाते है। इस समय भक्त बड़ी दूर दूर से भगवान राम और बाकि देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए यहाँ शामिल होते है। यह मंदिर राम मंदिर से थोड़ी ही दूर है, भक्त यहाँ पैदल आ सकते है।
6. Vijay Raghav Mandir
विजय राघव मंदिर अयोध्या का एक मंदिर है। जहां भगवान राम और माता सीता की आराधना की जाती है। इस मंदिर में राम की रघुवंशी के राजा के रूप में पूजा की जाती है। भगवान राम के इस रूप को “विजय राघव” कहा जाता ही। यह मंदिर सरयू नदी के किनारे बसा है। इस मंदिर की स्थापना 5 अगस्त 2020 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र जी मोदी के हाथों से हुआ था। इस मंदिर में भगवान राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमानजी की मुर्तिया है।
मंदिर का डिज़ाइन प्राचीन शैलचित्र से बनाया गया है। बाकि मंदिरो की तरह इस मंदिर में भी दिवाली, रामनवमी, दशहरा और हनुमान जयंती जैसे त्योहार बड़ी धूम धाम से मनाये जाते है। दशहरे के दिन यहाँ सबसे ज्यादा भक्त आते है, क्यूंकि भगवान राम ने रावण पर विजय प्राप्त किया था, उसके बाद ही “विजय राघव मंदिर” बनाया गया।
7. Dashrath Bhawan
दशरथ भवन अयोध्या के सबसे पवित्र और ऐतिहासिक स्थलों में से एक है। दशरथ भवन को रामकोट के नाम से भी जाना जाता है। यह स्थान राजा दशरथ का महल माना जाता है, जहां भगवान राम अपने भाइयों लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के साथ बचपन में रहे थे। यह वह स्थान है जहां भगवान राम ने अपना बचपन बिताया है। दशरथ भवन आज के समय में एक मंदिर है, जो बारीक़ नक्षीकाम और चमकते हुए पत्थरों से बनाया है। यहां एक बड़ा आंगन है, जहां रामनवमी, हनुमान जयंती, दशहरा और दीपावली जैसे त्यौहार धूमधाम से मनाये जाते है। दशरथ भवन में भगवान राम, सीता, लक्ष्मण और राजा दशरथ की मूर्तियां स्थापित हैं।
8. Naya Ghat
नया घाट, अयोध्या में सरयू नदी के किनारे स्थित एक लोकप्रिय पर्यटन और धार्मिक स्थल है। सरयू नदी को हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है और कहा जाता है की, यहां स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है। इस घाट पर हर शाम सरयू आरती का आयोजन किया जाता है, जिसमें हजारों दीपक जलाकर भगवान राम और सरयू नदी को समर्पित किये जाते है।
पर्यटक सरयू नदी में नाव की सवारी का आनंद ले सकते है और नाव में बैठकर राम मंदिर का सुन्दर दृश्य देख सकते है। नया घाट पर घूमने का सही समय सूर्योदय और सूर्यास्त के बिच में होता है। रामनवमी, दीपावली और छठ पूजा के दौरान नया घाट का महत्व और बढ़ जाता है। इस दौरान घाट पर कई भक्त स्नान करने के लिए आते है।
9. Mani Parvat
मणि पर्वत अयोध्या में स्थित भगवान राम के कार्यकाल का एक पवित्र और ऐतिहासिक स्थल है। यह पर्वत भगवान राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान से संबंधित घटनाओं के लिए प्रसिद्ध है। यह पर्वत लगभग 65 फीट ऊंचा है इसलिए इस पर्वत के ऊपर से अयोध्या का सुन्दर नजारा भी देखने को मिलता है। स्थानीय लोगों द्वारा कहा जाता है की, यह वह स्थान है जहां भगवान राम के राज्याभिषेक के दौरान संतों और ऋषियों के लिए बड़ा मंडप बनाया गया था। इसके अलावा, एक मान्यता ऐसी भी है की, यह पर्वत वह स्थान है, जहां हनुमान जी लक्ष्मण के इलाज के लिए संजीवनी औषधि लेकर लौट रहे थे और इसी जग़ह पर संजीवनी पर्वत का एक अंश गिरा था।
Guptar Ghat
गुप्तार घाट, अयोध्या के सबसे बड़े और पवित्र स्थलों में से एक है। यह घाट सरयू नदी के किनारे स्थित है। प्राचीन कथाओं के अनुसार यह वही घाट है, जहां भगवान राम ने जलसमाधि ली थी। इसी घाट पर से भगवान राम ने पृथ्वी लोक के अवतार को समाप्त किया था। घाट के पास कई प्राचीन मंदिर स्थित हैं, जैसे की हनुमान, माँ दुर्गा, शनि देव और चक्र हरजी विष्णु मंदिर, जो भगवान विष्णु के अवतार है।
Ayodhya to Varanasi Distance | 218 km |
Ayodhya to Lucknow Distance | 155 km |
Ayodhya to Prayagraj Distance | 168 km |
Ayodhya to Delhi Distance | 692 km |
Ayodhya to Gorakhpur Distance | 134 km |
Ayodhya to Vrindavan Distance | 558 km |
Ayodhya to Kashi Distance | 218 km |
Ayodhya to Mathura Distance | 555 km |
Ayodhya to Agra Distance | 494 km |
Ayodhya to Nepal Distance | 260 km |
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