इंदौर मध्य प्रदेश राज्य का सबसे बड़ा शहर है और व्यवसायिक केंद भी है। साथ ही इंदौर भारत का सबसे स्वच्छ शहर भी है। इंदौर को स्मार्ट सिटीज मिशन के अंतर्गत 100 स्वच्छ शहर में चुना गया है। इंदौर मध्यप्रदेश राज्य का सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर भी है। इंदौर अपनी संस्कृति, स्वादिष्ट खाना गरबा, और प्राचीन स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। इंदौर की घूमने की जगह की बात करे तो उसमे, राजवाड़ा महल, छत्री बाग, कान्च मंदिर और गणपति मंदिर जैसे स्थल शामिल है।
अगर आप भी इंदौर शहर में घूमने का प्लान कर रहे है तो, इस लेख में आपको पता चलेगा की इंदौर में घूमने की सबसे अच्छी और लोकप्रिय जगह कोण सी है, इसलिए इस लेख को पूरा जरूर पढ़े।
1. Rajwada Palace
राजवाड़ा महल इंदौर का एक ऐतिहासिक स्थल है। यह महल महारानी अहिल्या बाई होलकर ने 19वीं सदी में निर्माण किया था। इस मंदिर में मराठी, राजस्थानी और मुग़ल शैलियाँ देखने को मिलती है। यह महल कुल चार मंजिला है। इस महल के पास में ही Bustling बाज़ार है, जहां पर्यटक खरीदारी कर सकते है। सरकार द्वारा इस महल की मरम्मत और महल के अंदर का काम अभी किया है, क्यूंकि आने वाले पीढ़ियों के लिए यह महल सही सलामत रहे। यह सफल यात्रा पर्यटकों के लिए सर्दियों के मौसम में बेहद अच्छी होती है। क्यूंकि ठंड होने के कारन यहाँ का मौसम बहुत अच्छा होता है। अक्टूबर से लेकर जनवरी तक सही समय होता है।
2. Lalbagh Palace
लालबाग पैलेस इंदौर का प्रसिद्ध और प्राचीन पैलेस है। इस पैलेस का काम 19वी शतक में दूसरे भाग के महाराजा तुकोजीराव होलकर द्वितीय ने शुरू किया था और 20वी शतक के शुरू में महाराजा तुकोजीराव होलकर तृतीय द्वारा इसका काम पूरा किया गया। लालबाग पैलेस की वास्तुकला यूरोपीय शैली के जैसे बनाई गई है। पैलेस के अंदर की सजावट इटालियन संगमरमर, बेल्जियन शीशे और बड़े बड़े झूमर से की गई है। साथ ही पैलेस के दरबार हॉल में सभा और खाना खाने की जगह बनाई गई है। पैलेस के चारों और हरियाली से भरे पेड़ पौधे लगाए गए है। इस पैलेस को देखने के लिए पर्यटक बड़ी दूर दूर से यहाँ जाते है।
3. Bullion Market
सर्राफा बाजार इंदौर का वन इन टू बाजार है। मतलब यह बाजार का रूप दिन और रात में अलग अलग दीखता है। दिन के समय सर्राफा बाजार सोने चांदी और ज्वैलरी की दुकानों के लिए प्रसिद्ध है। बाज़ारमें सोने चांदी के बड़े बड़े शोरूम है, जहां सोने की खरीदारी और सोने चांदी की दुरुस्ती कर सकते हो।
अब रात का समय होते है, यहाँ सराफ बाजार की जग़ह स्ट्रीट फूड हब लग जाता है। जहां अलग अलग प्रकार के स्वादिष्ट खाने खाने का मज़ा आप उठा सकते हो। यहाँ इस समय तीखा मीठा चाट, गर्मा-गरम जलेबी, भुट्टे का कीस, दही वड़े, चाइनीज जैसे खाने पे पदार्थ मिलते है। यहां रात के समय खाने के शौकीन लोगों की भीड़ लग जाती है।
4. Kanch Mandir
कांच का मंदिर जैन धर्म के लोगों से जुड़ा हुआ है। यह इंदौर का एक धार्मिक स्थल है। इस मंदिर को ‘सिद्धार्थ धाम’ के नाम से भी जाना जाता है। कांच के मंदिर का निर्माण 20वी शतक की शुरुवात में किया गया था। साथ ही इस मंदिर को प्रमुख जैन व्यापारी और परोपकारी सेठ हुकुमचंद द्वारा बनवाया गया था।
इस मंदिर की खास बात यह है की, इस की अंदर की सजावट पूरी तरह से सफ़ेद कांच और रंगीन कांच के टुकड़ो से की गई है। मंदिर की दीवारे और खंबे पर भी कांच से नक्षीकाम किया गया है, जो देखने में बेहद सुन्दर लगता है। यह नक्षीकाम जैन धर्म की कहानियाँ और धर्म की याद दिलाती है। इस मंदिर में श्रद्धालुओ को शांति और प्राचीन सुंदरता का अनुभव मिलता है।
5. Khajrana Ganesha Mandir
खजराना गणेश मंदिर भगवान गणेश जी को समर्पित इंदौर का प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण महारानी अहिल्या बाई होलकर ने 18वीं सदी में करवाया था। मंदिर की ख़ास बात यह है की, मंदिर की मूर्ति बेहद चमत्कारी है। मंदिर में भक्त जो भी मनोकामना करता है, ओ आवश्य पूरी होती है। साथ ही मंदिर में गणेश जी की मूर्ति के साथ बाकि देवी देवताओं की मूर्तियाँ भी शामिल है। इस मंदिर में खास करके हर बुधवार को भीड़ रहती है।
बुधवार को मंदिर में खास पूजा का आयोजन किया जाता है। इस पूजा में शामिल होने के लिए भक्त बड़ी संख्या से यहाँ आते है। गणेश चतुर्थी के दिन यहाँ सार्वजनिक कार्यकम का आयोजन किया जाता है। जब गणपति बाप्पा बैठते है तो, उस 10 दिन मंदिर को लाइटिंग और दीओं से सजाया जाता है। इसे देखने के लिए भक्त बड़ी लाइन लगाकर यहां खड़े रहते है।
6. Pipliyapala Regional Park
पिपल्यापाला रीजनल पार्क इंदौर का प्रमुख और सुंदर पर्यटन स्थल हैं। इस पार्क को अटल बिहारी वाजपेयी क्षेत्रीय उद्यान के नाम से भी जाना जाता है। यह उद्यान हरे-भरे वातावरण, खूबसूरत झील और गतिविधियों से भरा हुआ है। यह पार्क परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक मानाने के लिए अच्छा स्थल है। इस पार्क में बोटिंग की भी सुविधा की गई है, जहां पैडल बोट, मोटर बोट, और शिकारा जैसी बोटिंग करने का मौका मिलता है।
इस पार्क में हर रोज म्यूजिकल फाउंटेन शो का इंतजाम किया जाता है। जो स्थानीय लोगों में बेहद लोकप्रिय है। इस शो में संगीत की धुन पर पानी की फुहारें रंग-बिरंगी रोशनी में हिलती हैं। जो पर्यटकों का दिल जित लेते है। साथ ही पार्क में वॉकिंग ट्रैक, जिम, और पिकनिक स्पॉट्स और बच्चों के लिए अलग अलग गतिविधियों का इंतजाम किया है। अगर आप इंदौर की भाग दौड़ वाली जिंदगी से थोड़ी देर के लिए शांति चाहते है तो, आपको इस पार्क में एक बार जरूर जाना चाहिए।
7. Patalpani Waterfall
इंदौर शहर से लगभग 35 किलोमीटर की दुरी पर स्थित पातालपानी झरना परिवार के पिकनिक पर जाने के लिए बहुत अच्छा स्थल है। यह झरना इंदौर के सबसे बड़े झरनो में से एक है। यह झरना 150 फिट की ऊंचाई से गिरता है। यह खूबसूरती बारिश के मौसम में दुगनी हो जाती है।
अगर आपको फोटो शूट करने का शौक है तो, आप यहां बढ़िया से पोटो खींच सकते है। बारिश के मौसम में यहाँ से हरियाली से भरे पहाड़ों का दृश्य देखने का मजा ही अलग आता है। झरने के पास में ही मांडू, बाग़ गुफाए और महाकाल का उज्जैन देखने का मौका मिलता है। झरने का पानी इतना साफ और सफ़ेद होता है की, जब ये झरना ऊपर से गिरता है तो, ऐसा लगता है की ऊपर से दूध गिर रहा है।
8. Annapurna Mandir
अन्नपूर्णा मंदिर इंदौर के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। इस मंदिर का नक्षीकाम बहुत सुंदर और देखने लायक है। इस मंदिर को चार हाथियों वाले सजावट से सजाया गया है। इस मंदिर में देवी का प्रशाद के रूप में खाना दिया जाता है। इसी कारन बड़ी संख्या से भक्त यहाँ खाने का और पैसो का दान करते है। यह मंदिर मदुरै के मीनाक्षी मंदिर से काफी मिलता-जुलता है।
इसके अलावा अन्नपूर्णा देवी अन्न की देवी होने के कारन यहाँ कभीभी खाने का अपमान नहीं किया जाता मतलब भोजन को बर्बाद नहीं होने देते। यहाँ पर हर रोज गरीब और जरुरतमंद लोगों को मुफ्त में खाना दिया जाता है। यह मंदिर भक्तों के लिए सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहता है।
9. Nakshatra Vatika Park
नकशत्र वाटिका पार्क इंदौर का एक बहुत खूबसूरत पार्क है। यह पार्क परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए बहुत अच्छा स्थान है। इस पार्क में एक झील भी है जहां बोटिंग करने का मौका मिलता है। यहाँ पर परिवार के सदस्यों के साथ बोटिंग करने का मजा ही अलग होता है। इसमें पैडल बोट्स, रोइंग बोट्स और मोटर बोट शामिल है। इसके अलावा शाम के समय में यहाँ पर म्यूजिकल फाउंटेन (संगीतमय फव्वारा) आयोजित किया जाता है।
इसमें गाने की धुन पर फव्वारे का पानी नाचता है। पार्क में एक रोपवे भी है, जिसमे बैठकर पार्क, झील, बोटिंग का खूबसूरत दृश्य देख सकते है। इस पार्क के गेट पर ही कुछ फ़ूड स्टॉल्स कैफे लगाए है, जहा खाने का स्वाद ले सकते है। पीपल्यापाला रीजनल पार्क को देखने के लिए छोटे बच्चों का 20 रुपये और बड़े लोगों का 40 का टिकिट लेना होता है।
10. Mahalakshmi Mandir
इंदौर में स्थित महालक्ष्मी मंदिर एक बहुत प्राचीन और ऐतिहासिक मंदिरों में से एक है। यह महालक्ष्मी मंदिर लगभग एक हजार साल पुराना है। इस मंदिर में हर साल लाखों भक्त माता लक्ष्मी के दर्शन करने के लिए आते है। मंदिर को बनाने के लिए सफ़ेद संगमरमर पत्थर का उपयोग किया गया है।
मंदिर में अंदर महालक्ष्मी जी बहुत सुन्दर मूर्ति की स्थापना की है और मंदिर के अंदर चारों तरफ दिए और लाइटिंग लगाई है। इसके अलावा यहाँ पर हर साल नवरात्री के दिनों में मंदिर और परिसर को मंडप और फूलो से सजाया जाता है। इन नौ दिनों में यहाँ हजारों भक्त आते है और माता का आशीर्वाद लेते है। महालक्ष्मी मंदिर हर रोज सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है।
11. Kamala Nehru Zoo
इंदौर के लगभग 51 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय इंदौर के सबसे बड़े प्राणी संग्रहालयों में से एक है। इस संग्रहालय की स्थापना 1974 में की गई थी। इस प्राणी संग्रहालय का नाम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की माँ कमला नेहरू के नाम पर रखा गया है। यहाँ हर प्रजातियों के प्राणी, पक्षी, सांप देखने को मिलते है। इसमें बाघ, सिंह, भालू, हिरण, गिरगिट, घड़ियाल, हाथी जैसे जानवर तोता, मोर, शुतुरमुर्ग, जंगली कव्वा, कलर की चिड़िया जैसे पक्षी और अजगर, नाग, रेड सैंड बोआ, रसेल वाइपर जैसे सांप पाए जाते है।
इस संग्रहालय का सबसे खास आकर्षण मतलब यहाँ का :सफ़ेद बाघ”। इस बाघ को देखने के लिए पर्यटक बहुत दूर दूर से यहाँ आते है। इस प्राणी संग्रहालय को अंदर से देखने के लिए बच्चों को 10 रूपये और बड़े लोगों को 20 रुपये टिकट लगता है और यह संग्रहालय मंगलवार से रविवार सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है।
12. Bada Ganpati Mandir
बड़ा गणपति मंदिर इंदौर के सबसे बड़े मंदिरो में से एक और इंदौर शहर के मालवा मिल क्षेत्र में स्थित है। इस मंदिर में भगवान गणेश जी की 25 फिट ऊँची मूर्ति है। यह मूर्ति दुनिया की सबसे ऊँची गणेश जी मूर्ति में से एक है। इस मूर्ति को बनाने के लिए मिट्टी, गुड़, ईंट, चूना और अलग अलग धातुओं का इस्तमाल किया है और जो मिट्टी का उपयोग किया है वह काशी, मथुरा, अयोध्या और द्वारका जैसे बड़े धार्मिक स्थलों से लाई गई है।
बड़ा गणपति मंदिर का निर्माण 1875 में हुआ था। इस मंदिर को बनाने के लिए श्री धनंजय सिंह भदौरिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस मंदिर में हर महीने की गणेश चतुर्थी के दिन पूजा, हवन और महाप्रसाद का आयोजन किया जाता है। जिसमे स्थानीय लोग बड़ी उत्साह से हिस्सा लेते है। बड़ा गणपति मंदिर सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है।