Top 10 Places to Visit in Dehradun: उत्तराखंड राज्य की राजधानी देहरादून एक सुंदर और हरियाली से भरा और दून घाटी में स्थित शहर है। देहरादून से हिमालय की बर्फ से ढकी पहाड़ो का दृश्य आराम से दिख जाता है। इस शहर को पहले सिर्फ “दून” नाम से जाना जाता था। दून का मतलब “घाटी” होता है। इस शहर को 17 वी सदी में गुरु राम राय द्वारा बनाया गया था। गुरु राम राय एक सिख धर्म के गुरु हुआ करते थे। फिर ब्रिटिश लोगों ने इसको एक शहरी क्षेत्र में बदल दिया।
देहरादून के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में सबसे पहले मालसी डेयर पार्क, टपकेश्वर महादेव मंदिर, रॉबर की गुफा, गुरुद्वारा गुरु सिंह गुरुद्वारा और पौड़ी गढ़वाल जैसे स्थलों का नाम लिया जाता है। यहाँ की प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के बारे में बात करें तो, यहाँ भारतीय सैन्य अकादमी (IMA), वन अनुसंधान संस्थान (FRI) जैसी प्रमुख संस्था शामिल है। यहाँ घूमने का सबसे अच्छा मौसम सर्दियों का होता है, मतलब नवम्बर से फरवरी के बिच।
इस मौसम में यहाँ का तापमान 5°C तक गिर सकता है। अगर आप भी देहरादून में घूमने का प्लान बना रहे हो तो, इस लेख में आपको देहरादून में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह कोणसी और कहा है, इसके बारे में जानकारी देने वाले है। तो आप इस लेख को पूरा जरूर पढ़े।
1. Malsi Deer Park
मालसी डेयर पार्क की स्थापना 1976 में हुई थी। इस पार्क को देहरादून चिड़ियाघर इस नाम से भी पहचाना जाता है। यह पार्क लगभग 25 हेक्टर की भूमि पर फैला हुआ है। इस पार्क में पर्यटकों को सभी प्रकारके जानवर और पक्षी देखने को मिलते है। जिसमे साथी, कुत्ते, ऊंट, मोर, हिरन, तोता शामिल है। इस पार्क में जानवरों के साथ साथ बहुत सुन्दर फूलों के पेड़ लगाए गए है। बारिश में मौसम में यहाँ का वातावरण बेहद सूबसूरत और हरियाली से भर जाता है।
सुंदरता के कारन यहाँ परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए बहुत अच्छा पर्यटन स्थल है। यह पार्क मालसी डेयर पार्क देहरादून शहर से लगभग 8 किलोमीटर की दुरी पर है। आप यहाँ बस, टैक्सी और रिक्षा से जा सकते हो। पार्क की अपनी खुदकी पार्किंग की भी सुविधा है, इसलिए आप अपनी खुद (पर्सनल) की गाड़ी से भी जा सकते हो। यह पार्क सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है।
2. Rajaji National Park
राजाजी नेशनल पार्क की स्थापना 1983 में हुई थी। इस पार्क का नाम राजाजी, चिल्वाल और मंसारी इन तीन शब्दों को मिलाकर रखा गया है। साथ ही इस पार्क का नाम स्वतंत्रता सेनानी सी. राजगोपालाचारी के नाम पर रखा गया है। यह पार्क देहरादून के हरिद्वार और गढ़वाल जिले में फैला हुआ है। राजाजी नेशनल पार्क में जानवरों की 300 से भी ज्यादा प्रजातियां देखने को मिलती है।
पार्क में आपको हाथी, बाघ, तेंदुआ, काले भालू, हिरण जैसे जानवर और तोता, जंगली कव्वा, कबूतर, बगुला, किंगफिशर और मोर जैसे पक्षी देखने को मिलते है। इस पार्क में बाकि जानवरों की तुलना में सबसे ज्यादा हाथी देखने को मिलते है। इसलिए इस पार्क को हाथियों का निवास स्थान भी कहा जाता है। इसके अलावा राजाजी पार्क में ट्रैकिंग, रिवर राफ्टिंग और कैम्पिंग जैसी मजेदार राईड्स करने का मौका भी मिलता है। देहरादून से इस पार्क की दुरी 20 किलोमीटर होने के कारन आप यहाँ बस या टैक्सी से जा सकते हो। यह पार्क सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है।
3. Dhanolti
अगर आप देहरादून के आसपास में एक सुन्दर और बड़ा हिल स्टेशन ढूंढ रहे हो, तो आपके लिए धनोल्टी हिल स्टेशन बहुत अच्छा पर्याय है। यह स्टेशन अपने शांत वातावरण और प्राकृतिक सुंदरता के लिए पुरे देहरादून में पसंद किया जाता है। धनोल्टी हिल स्टेशन धनोल्टी के घने जंगल के बिच में स्थित है। यहाँ आप ट्रैकिंग, कैंपिंग, रॉक क्लाइंबिंग और हाइकिंग जैसी राईड्स का मजा लेने को मिलता है। इस हिल स्टेशन की खास बात यह है की, यहाँ के तालाब में आप हरियाली के बिच में बोटिंग का आनंद ले सकते हो।
धनोल्टी हिल स्टेशन पहले एक अभ्यारण्य हुआ करता था, फिर बाद में यहाँ सुधार करके, छोटे छोटे स्टॉल्स लगाकर इसे हिल स्टेशन बनाया गया। इस स्टेशन के पास में कालीमाटा मंदिर और कालीमाटा झील जैसे और भी सुन्दर पर्यटन स्थल है। यह हिल स्टेशन देहरादून से 30 किलोमीटर की दुरी पर है। आपको यहाँ जाने के लिए प्राइवेट बस या टैक्सी करनी चाहिए। धनोल्टी हिल स्टेशन का कोई भी फिक्स टाइमिंग नहीं है, पर्यटक आमतौर पर सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे आते जाते रहते है।
4. Buddha Temple
देहरादून का गौतम बुद्ध मंदिर बौद्ध धर्म के साथ साथ बाकि धर्म के लोगों के द्वारा पसंद किया जाने वाला एक लोकप्रिय मंदिर है। इस मंदिर को बुद्ध टेम्पल नाम से भी जाना जाता है। बुद्धा टेम्पल का निर्माण 2002 में किया गया था। इस मंदिर की खास बात यह है की, इस मंदिर को 50 अलग अलग डिज़ाइनरों ने डिझाइन किया है। और इसे बनाने के लिए लगभग 3 साल का समय लगा था। इस मंदिर की ऊंचाई लगभग 220 फिट और लंबाई 100 वर्ग फिट है।
यह मंदिर पांच मंजिल ऊँचा होने के कारन दूर दूर से दिखाई देता है। मंदिर में बुद्ध पूर्णिमा के दिन बुद्ध धर्म के लोग यहाँ दूर दूर से आते है। इस खास मोके पर यहाँ अलग अलग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन मंदिर के ट्रस्ट द्वारा किया जाता है। गौतम बुद्ध मंदिर देहरादून शहर से लगभग 10 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। पर्यटक यहाँ देहरादून से टैक्सी या बस से आते जाते है। मंदिर में दर्शन लेने का समय सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक का होता है।
5. Pauri Garhwal
उत्तराखंड राज्य में स्थित पौड़ी गढ़वाल एक बहुत अच्छा जिला और हिल स्टेशन है। इस जगह पर आपको बिलकुल हिमालय जैसी प्राकृतिक सुंदरता देखने को मिलती है। यहाँ चारों ओर घने जंगल, तेज बहती हुई नदियाँ और हरियाली से भरे पहाड़ देखकर पर्यटकों का दिल खुश हो जाता है। यहाँ पर क्लाइंबिंग, ट्रेकिंग और हाइकिंग जैसी राईड्स करने का मौका मिलता है। यहाँ से हिमालय की बर्फ से ढकी हुई पहाड़ का बहुत सुन्दर नजारा देखने का मजा ही अलग होता है।
इस जगह से दुनिया के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक केदारनाथ मंदिर मात्र 70 किलोमीटर की दुरी पर है और बद्रीनाथ मंदिर मात्र 95 किलोमीटर की दुरी पर है। देहरादून से पौड़ी गढ़वाल की दुरी तक़रीबन 150 किलोमीटर की है। यहाँ जाने के लिए आपको ट्रेन, बस, टैक्सी या अपनी खुदकी गाड़ी का उपयोग करना होगा। यहाँ घूमने के लिए कोई भी फिक्स टाइमिंग तो नहीं है, आप यहाँ कभी भी जा सकते हो, लेकिन घूमने का सबसे अच्छा समय सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक का होता है। खास करके सर्दियों के मौसम में मतलब नवंबर से फरवरी तक यहाँ पर्यटकों की बहुत भीड़ लग जाती है।
6. Tapkeshwar Mahadev Temple
देहरादून के पास में बनाया गया टपकेश्वर महादेव मंदिर देहरादून के नहीं तो पुरे उत्तराखंड के प्राचीन मंदिरों में से एक है। देहरादून से यह मंदिर मात्र 5 किलोमीटर की दुरी पर है। यह मंदिर हरियाली से भरे एक पहाड़ के बिच में स्थित है। जो बारिश में बहुत सुन्दर दीखता है। यह मंदिर जिस पहाड़ के निचे है उस पहाड़ पर एक प्राचीन गुफा है, मंदिर के साथ साथ उस गुफा जी भी पूजा अर्चना की जाती है।
महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि और सावन के महीने में भक्त बड़ी संख्या से यहाँ शामिल होते है। इस समय यहाँ मेला लगता है, मंदिर को और परिसर को फूलों से सजाया जाता है। मंदिर के बाहर महादेव का रूप “अघोरी” भी देखने को मिलते है। महाशिरात्रि के मेला सिर्फ एक दिन के लिए होता है लेकिन देखने लायक होता है। मंदिर में आप रिक्षा या बस से जा सकते हो। महादेव का दर्शन लेने के लिए यह मंदिर सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है।
7. Gangu Chudel
गंगू चुडेल डेहराडून का एक ऐतिहासिक और प्राचीन किला है। इस किले का निर्माण 18 वीं सदी में किया गया था। इस किले की प्राचीन बात यह है की, इस किले में एक चुडेल की आत्मा भटकती है, इसलिए इस किले को गंगू चुडेल नाम से जाना जाता है। यह एक भूतिया स्थल होने के वज़ह से पर्यटक यहाँ रात को नहीं जाते।
इसके अलावा यह किला देहरादून के एक पहाड़ पर है, जहां से बारिश के मौसम में निचे वाले गावों का बहुत खूबसूरत दृश्य देखने का मौका मिलता है। गंगू चुडेल किला देहरादून से लगभग 30 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है, आप यहाँ जाने के लिए बस या टैक्सी का उपयोग कर सकते हो। अगर आपकी खुद की गाड़ी है तो बहुत अच्छा है, क्यूंकि किले के निचे गाड़ी पार्किंग के लिए बहुत जगह है।
8. Sahastradhara
देहरादून का सहस्त्रधारा एक प्राकृतिक सुंदरता से भरा पर्यटन स्थल है। यह स्थल अपने गरम पानी के झरनो के लिए बहुत लोकप्रिय है। सहस्त्रधारा देहरादून से 15 किलोमीटर दूर जौनसार क्षेत्र में स्थित है। स्थानीय लोग कहते है की, इस झरने का पानी औषधीय है, जिसे पिने से सेहत अच्छी रहती है। इसलिए यहाँ आये हुए पर्यटक इस झरने का पानी पीते है। यह झरना घने जगंल और बड़ी बड़ी पहाड़ो के बिच में बसा है, जिसका दृश्य बहुत अच्छा दीखता है।
यह एक सुन्दर पर्यटन स्थल होने की वजह से लोग यहाँ परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए आते है। देहरादून का सहस्त्रधारा पर्यटन स्थल को देखने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च इस महीने में होता है। यह स्थल देहरादून से 15 किलोमीटर की दुरी पर है, आप यहाँ जाने के लिए टैक्सी और ऑटो रिक्षा का उपयोग कर सकते हो।
9. Kotwa Devi Temple
कोटवा देवी मंदिर देहरादून से लगभग 25 किलोमीटर की दुरी पर स्थित रायवाला क्षेत्र में है। इस मंदिर में देवी कोटवा की आराधना की जाती है। यह मंदिर पहाड़ो के निचे होने के कारन दूर से मंदिर का दृश्य बहुत सुन्दर दीखता है। खास करके बारिश के मौसम में। इस मंदिर में हर साल नवरात्री के दिनों में भक्तो की बहुत भीड़ जमा हो जाती है।
इन नौ दिनों में कोटवा देवी की मूर्ति को अलग अलग रूप में सजाया जाता है, मंदिर को हर तरफ से लाइटिंग और फूलो से सजाया जाता है। दशहरा के दिन मंदिर में महाप्रसाद का आयोजन किया जाता है, जिसमे हजारो भक्त आते है। कोटवा मंदिर पहाड़ो के बिच होने के कारन यहाँ स्थानीय स्कुल के बच्चे पिकनिक ,मनाने के लिए जाते है।
10. Kanti Waterfalls
कांटि झरना देहरादून का प्राकृतिक सुंदरता से भरा एक बहुत बसा झरना है। यह झरना मेन रास्ते से लगभग 3 किलोमीटर पहाड़ो के अंडर होने की वजह से यहाँ पर्यटकों को ट्रेकिंग करने का मौका मिलता है। ट्रेकिंग का यह रास्ता घने जंगल और पहाड़ के बिच में से होकर गुजरता है। यह झरना बारिश के मौसम में पूरी तरह से खुल जाता है और झरने का पानी दूध जैसा सफ़ेद दीखता है। जिसका दृश्य बहुत खूबसूरत और खतरनाक लगता है। यह झरना परिवार के साथ शांति भरा समय बिताने के लिए अच्छा है। इस झरने तक पहुंचने के लिए आपको ऑटो रिक्षा या बस का उपयोग करना पड़ता है।
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