मुन्नार केरल राज्य का एक सुन्दर और पर्वतीय पर्यटन स्थल है। यह स्थल समुद्र तल से लगभग 1,600 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है और पश्चिमी घाट की पहाड़ियों में बसा हुआ है। मुन्नार का नाम एक तमिल शब्द से लिया गया है। “मुन” शब्द से लिया है, “मुन” का मतलब “तीन” होता है, और “आर” का मतलब “नदियाँ” जिसका अर्थ बहने वाली तीन नदिया ऐसा होता है। ये नदिया मतलब मुथीरापुझा, नललमुदी और कुथिरापुझा जो मुन्नार से बहती है। मुन्नार में आपको बहुत सारे चाय के बाग़ देखने को मिलते है।
यहाँ घूमने के स्थलों की बात करे तो उसमे एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान, अट्टुकल जलप्रपात, कुंडला झील और टॉप स्टेशन सबसे लोकप्रिय है। इस लेख में इन सभी स्थलों के बारे में जानकारी प्राप्त होगी। इसलिए इस लेख को पूरा जरूर पढ़े।
1. Top Station
टॉप स्टेशन समुद्र तल से लगभग 1,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, मुन्नार का सबसे ऊँचा पॉइंट है। इस पॉइंट पर से पश्चिमी घाट की पहाड़िया और तमिलनाडु के दूर दूर फैले मैदानों का बेहद खूबसूरत नजारा दीखता है। खास करके सूर्योदय और सूर्यास्त के समय पर्यटकों की बहुत ज्यादा भीड़ यहाँ जमा हो जाती है। टॉप स्टेशन मुन्नार से लगभग 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां आपको बस या टैक्सी से जा सकते हो। यहां पहले दो रस्ते हुआ करते थे, जहां से चाय को तमिलनाडु तक पहुंचाया जाता था। लेकिन बाद में इस रस्ते को बंद कर दिया गया।
टॉप स्टेशन के ऊपर जाने के लिए ट्रेकिंग करने की आवश्यकता होती है। यहाँ ट्रेकिंग करने का असली मजा बारिश के मौसम में आता है, तब यहां का वातावरण चारों ओर से हरियाली से भर जाता है। टॉप स्टेशन पर भी कुंडला झील और एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान की तरह 12 साल में एक बार खुलने वाला फूल “नीलकुरिंजी फूल” खुलता है। जिसे लोगों द्वारा पसंद किया जाता है। इस स्टेशन पर प्राकृतिक सुंदरता और शांति का अनुभव प्राप्त होता है, इसलिए यह स्थल परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए अच्छा है।
2. Echo Point
इको पॉइंट मुन्नार से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह पॉइंट अपनी गूंजती हुई आवाज की वज़ह से प्रसिद्ध है। यह स्थल समुद्र तल से लगभग 600 फिट ऊंचाई पर स्थित है। साथ ही ये पॉइंट चारों और से प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली से घिरा हुआ है। इस की खास बात यह है की, अगर यहाँ पर कोई जोर से बोलता है या आवाज लगाता है, तो ओ आवाज घाटी में गूंजकर वापस अपनी तरफ आती है। जो सुनने में बेहद मधुर आवाज लगती है।
यहाँ पर बोटिंग की भी सुविधा की गई है। आप यहाँ पर हरियाली भरे पहाड़ो के बिच बोटिंग करने का आनंद उठा सकते हो। यहाँ का वातावरण ठंडा और शांत होता है, इसलिए यह परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए अच्छा स्थल है।
3. Attukal Waterfalls
मुन्नार से लगभग 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अट्टुकल झरना, चारों ओर से हरियाली और पहाड़ों के बिच घिरा हुआ है। बारिश के मौसम में यहाँ का मौसम और भी हरियाली भर जाता है। इस झरने तक पहुंचने के लिए ट्रेकिंग की जरुरत पड़ती है। ट्रेकिंग करते समय हर किसी को मजा आता है, क्यूंकि, पैदल चलते वक्त चारों ओर घना जंगल, बड़े बड़े पेड़ और पानी की आवाज आती है, जो देखने में और सुनने में बेहद सुन्दर लगता है। यहाँ का वातावरण शांति और प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव कराता है।
बारिश में मौसम में झरने का पानी और ज़ोर से निचे गिरता है, जो सुन्दर भी लगता है और खतरनाक भी। अट्टुकल से इस झरने तक पहुंचने के लिए आप टैक्सी या बस का उपयोग कर सकते हो। झरने तक पहुंचने तक आपको रास्ते में चाय की और मसाले की बाग़ दिखती है। अट्टुकल झरना परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक का आनंद लेने के लिए अच्छा स्थल है।
4. Eravikulam National Park
एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान मुन्नार का सबसे लोकप्रिय उद्यान है। यह उद्यान लगभग 97 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस उद्यान में “नीलगिरि ताहर” बकरी को सबसे ज्यादा देखा जाता है। इस उद्यान के अंदर दक्षिण भारत की सबसे ऊँची चोटी अनायमुडी स्थित है। जिन लोगों को ट्रेकिंग करने में दिलचस्पी है, उनको यह चोटी अच्छा स्थल है। इस चोटी के ऊपर से एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान और मुन्नार शहर का दृश्य बेहद सुन्दर दीखता है।
इस उद्यान की खास बात यह है की, इस उद्यान में 12 साल में एक बार खुलने वाला फूल “नीलकुरिंजी फूल” खुलता है। जब ये फूल खिलता है, तो उद्यान का चारों ओर का नजारा नील रंग से भर जाता है। यह फूल आखरी बार 2018 में खिले थे। यह फूलों का नजारा देखने के लिए पर्यटक देश विदेश से यहाँ जाते है। उद्यान में बच्चों के लिए अलग से पार्क बनाया है, जहां बच्चे अपने पसंद के खेल खेल सकते है। एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान मुन्नार शहर के बीचों बिच होने के कारन, यहाँ पोहचना आसान है।
5. Lakkam Waterfalls
मुन्नार से 30 किलोमीटर की दुरी पर स्थित लक्कम झरना एक प्राकृतिक सुंदरता से भरा पर्यटन स्थल है। यह झरना मुन्नार के एराविकुलम नेशनल पार्क के पास है। मुन्नार से यहाँ जाते समय पर्यटकों को चाय के बाग़ और बड़े बड़े पेड़ देखने को मिलते है। यह झरना बहुत बड़ी पहाड़ी के ऊपर से गिरता है, जो देखने में बहुत सुन्दर और खतरनाक लगता है। झरने का पानी बिल्कुल दूध की तरह सफ़ेद है।
लक्कम झरने पर गर्मियों के मौसम में पर्यटकों की बहुत ज्यादा भीड़ लग जाती है। झरने का ठंडा पानी इस मौसम में ठंडक का एहसास दिलाता है। झरने देखने का सबसे सुन्दर समय जुलाई से सितंबर तक का होता है। इस समय में यहाँ का वातावरण पूरी तरह से हरियाली से घीर जाता है।
6. Munnar Tea Museum
मुन्नार टी म्यूजियम एक ऐसा पर्यटन स्थल है, जहां आप चाय का इतिहास, चाय की खेती और बनाने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हो। टी म्यूजियम मुन्नार की स्थापना टाटा टी ने 2005 में की थी। यहां पर आपको वह सभी जानकारी मिलती है, जो चाय को बनाने में लगती है। जैसे की चाय की पत्तिओं को चुनना,उनको सुखाना, मशीन में डालना और पैकेजिंग।
आज के दिन यहाँ चाय बनाने के लिए नये मशीन लगाये गए है। लेकिन पुराने मशीन को म्यूजियम में ही रखे गये है, ताकि पर्यटकों को उनकी भी जानकारी मिल सके। इसके अलावा, म्यूजियम में एक बड़ा टीवी लगाया है, इस टीवी पर चाय के बाग़ की स्थापना और उसकी विकास के बारे में एक विडिओ लगाया है। यह म्यूजियम पर्यटकों के लिए सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है।
7. Kundala Lake Munnar
कुंडला झील मुन्नार का एक शांत झरना है। जो समुद्र तल से लगभग 1,700 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह एक मानव निर्मित झील है। यह झील प्राकृतिक सुंदरता और चाय के बागों के लिए पुरे मुन्नार में प्रसिद्ध है। इस झील में आपको बोटिंग करने का मौका मिलता है। यहाँ पर रोबोटिक्स और पैडल इन दोनों बोट की सुविधाएं है। बोटिंग करते वक्त चारों और प्राकृतिक सुंदरता और शांति का अनुभव मिलता है।
बोटिंग करने का असली मजा सुबह और शाम के समय आता है, क्यूंकि उस समय सूरज की किरणें पानी पर गिरती है और पानी रंगीन तरह से चमकता है। इस झील के पास में 12 साल में एक बार खुलने वाला फूल “नीलकुरिंजी फूल” खुलता है। जब ये फूल खिलते है तब फोटो खींचने के लिए स्थानीय लोग और पर्यटकों की भीड़ जमा हो जाती है। इस समय लोग परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए यहाँ आते है।
8. Chinnar Wildlife Sanctuary
मुन्नार के चिन्नार वन्यजीव अभयारण्य की स्थापना ऑगस्ट 1984 में हुई थी। यह अभ्यारण्य मुन्नार से लगभग 60 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। यह केरल के सबसे प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्यों में से एक है। यह चिन्नार वन्यजीव अभयारण्य लगभग 90 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस अभ्यारण्य में आपको कई जानवर देखने को मिलते है, जिसमे तेंदुआ, बाघ, मगरमच्छ, नीलगिरि तारह, हाथी और बाकि पालतू और जंगली जानवर शामिल है।
जिन लोगो को जानवरों से लगाव है, उनको यह अभयारण्य एकबार जरूर देखना चाहिए, क्यूंकि यहां जानवरो और पक्षियों की सैकड़ो प्रजातियां देखने को मिलती है। यह अभयारण्य अपने सूखे हुए पेड़ो के लिए भी जाने जाते है। इस अभयारण्य के पास में ही चिन्नार नदी बहती है। यहाँ पर पर्यटकों को जंगल और शांति का अनुभव मिलता है।
9. Verma Lake
मुन्नार से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित वर्मा झील एक शांत और हरियाली से भरी झील। इस झील के चारों ओर हरियाली, पहाड़ और शांति फैली हुई है। इस झील के पास में ही चाय के बाग़ है, जो यहाँ की खूबसूरती को और बढ़ाते है। इस झील पर आपको बोटिंग करने का मौका मिलता है। यहाँ पर पैडल बोट और ऑटोमेटिक बोट दोनों की सुवधाएं है।
आप यहाँ मुन्नार गांव से बस या टैक्सी से जा सकते हो। इस झील पर छुट्टी के दिन शनिवार और रविवार के दिन बहुत ज्यादा भीड़ रहती है। झील देखने का सबसे अच्छा समय बारिश के दिनों में होता है। उस समय यहाँ के पानी की मात्रा भी बढ़ जाती है। परिवार के साथ पिकनिक का आनंद लेने के लिए यह एक अच्छा स्थल है।
10. Palani Hills
पलानी हिल्स मुन्नार के सबसे ऊँचे पर्वतों में से एक है। यह पश्चिमी घाट की एक प्रमुख श्रृंखला का हिस्सा है। मुन्नर से पलानी हिल्स का अंतर लगभग 60 किलोमीटर है। ऊंचाई पे होने के कारन यहां से हरियाली से भरे पश्चिमी घाट और आसपास का खूबसूरत नजारा देख सकते हो। हिल्स के ऊपर जाने के लिए ट्रेकिंग की जरुरत होती है। यहाँ का मौसम बारिश के दिनों में बेहद खूबसूरत हो जाता है। आप यहाँ परिवार और दोस्तों के साथ घूमने जा सकते हो। यहाँ तक पहुंचने के लिए आपको मुन्नार से बस, टैक्सी और रिक्शा मिल जाएगी।
11. Marayoor
मुन्नार से मारायूर की दूर लगभग 40 किलोमीटर है और यह केरल राज्य का एक बहुत प्रसिद्ध पर्यटन स्थल माना जाता है। इस जगह पर चारों तरफ चंदन के पेड़ लगाए गए है। यह स्थल चंदन का जंगल और पत्थरों से बनाई गई कब्रों के लिए लोकप्रिय है। यहाँ पर चंदन के पेड़ होने के कारन केरल सरकार द्वारा इस जंगल की रक्षा की जाती है। यहाँ की पत्थरों से बनाई हुई कब्रे देखने के लिए पर्यटक दूर दूर से आते है। कहा जाता है की, यह कब्र प्रागैतिहासिक के काल में बनाई हुई है।
इसके अलावा यहाँ पर चिन्नार वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी अभ्यारण्य है, यहाँ हाथी, तेंदुआ, बाघ, हिरन, मगर जैसे जंगली जानवरों को रखा गया है। जानवरों के साथ यहाँ अगल-अलग प्रजातियों के पक्षी भी है। मारायूर में घूमने का सबसे अच्छा समय सितंबर से मार्च के बीच होता है। इस समय में यहाँ का वातावरण बहुत अच्छा हो जाता है।
12. Kannan Devan Hills
चाय के बाग़ और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध कनन देवन हिल्स मुन्नार का एक बहुत सुन्दर पर्यटन स्थल है। यह पहाड़ चाय के बागों के लिए पुरे देश में प्रसिद्ध है। यहाँ पर बड़ी दूर दूर तक चाय के की खेती की जाती है। इसकी सबसे खास बात यह है की, यहाँ सभी प्रकार की चाय का स्वाद लेने को मिलता है। इन सभी चाय का स्वाद लेने के यहाँ टाटा टी म्यूजियम जाना होगा।
इस म्यूजियम चाय के पेड़ लगाने से लेकर चाय बनाने की प्रक्रिया और चाय की पैकिंग होने तक की सभी जानकारी मिलती है। इस म्यूजियम की स्थापना 2005 में हुई थी। यह स्थल पहाड़ो के बिच होने के कारन यहाँ पर्यटक ट्रेकिंग करने भी जाते है।
13. Shoral Waterfalls
शोरल वॉटरफॉल्स मुन्नार का एक जानामाना झरना है। मुन्नार से इस झरने की दुरी 40 किलोमीटर है। यह झरना उथले घाटी के बिच में से गिरता है। इस झरने के चारों ओर प्राकृतिक सुंदरता देखने को मिलती है। शोरल वॉटरफॉल्स को देखने का सबसे अच्छा समय बारिश में होता है, क्यूंकि इस समय झरने का पानी भी बढ़ जाता है, जो देखने में अच्छा लगता है और खतरनाक भी। आप यहाँ परिवार और दोस्तों के साथ अच्छा समय बिता सकते हो।
14. Nyayamakad Falls
नायामक्कड मुन्नार का एक बहुत बड़ा और प्राकृतिक सुंदरता के बिच में बसा झरना है। यह झरना मुन्नार से 10 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। नायामक्कड झरना परिवार और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए बहुत अच्छा स्थल है। इस झरने के चारों ओर पड़े पड़े पहाड़ है, जो देखने में बहुत सुन्दर लगता है। इन पहाड़ो पर सबसे ज्यादा ट्रेकिंग के शौक़ीन देखने को मिलते है। इस झरने को देखने का सबसे अच्छा समय बारिश के दिनों में होता है।
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